जीवन शैली

भारतीय हस्तकला से रूबरू कराते ये बाजार

कला संस्कृति, देखी गयी [ 995 ] , रेटिंग :
     
Vijay Kumar, Star Live 24
Thursday, October 17, 2013
पर प्रकाशित: 18:14:36 PM

नई दिल्ली।। भारतीय हस्तशिल्प में एक ऐसा जादू है जिसे देखकर आप इसकी ओर खिंचे चले जाते हैं। इसके पीछे इसकी अद्वितीय कला है। ऐसा हो ही नहीं सकता कि आप हस्तशिल्प के किसी बाजार में जाएं और वहां से कोई हाथ का बना सामान न लाएं। आइए आज ऐसे ही देश के पांच बाजारों के बारे में चर्चा करते हैं जो हस्तशिल्प के सामानों के लिए मशहूर हैं।

दिल्ली हाट

आप हस्तशिल्प वस्तुओं के शौकीन हैं और इसकी खरीददारी करना चाहते हैं तो आप दिल्ली हाट में जा सकते हैं। यह दिल्ली के श्रेष्ठतम बाजारों में से एक है जिसे दिल्ली नगर निगम, दिल्ली पर्यटन और परिवहन विभाग ने संयुक्त रूप से पहल कर तैयार किया है। यहां के बाजार को इस तरह से तैयार किया गया है जहां पर जाकर आप एक पारंपरिक विलेज मार्केट को महसूस कर सकते हैं। यहां पर आप न केवल अलग-अलग राज्यों की हस्तशिल्प का मजा ले सकते हैं बल्कि व्यंजन और संगीत कार्यक्रम का भी मजा ले सकते हैं।

सम्भली बुटीक (जोधपुर)

उच्च गुणवता वाले जोधपुर हस्तशिल्प कपड़ों (भारतीय और विदेशी) के लिए सम्भली बुटीक एक उपयुक्त जगह है। यह कपड़े सम्भली न्यास की तरफ से काम करने वाली गरीब महिलाओं द्वारा तैयार किए जाते हैं जिसमें जबरदस्त कारीगरी देखने को मिलती है। यह जगह ब्लॉक प्रिंटेड स्कार्व, पर्दे और आकर्षक शोल्डर बैग के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर आपको सिल्क और कॉटन से संबंधित साज-सज्जा के लिए सामान मिल सकता है।

मेश (दिल्ली और हैदराबाद)

एमईएसएच एक ऐसी जगह है जहां पर बहुत सारे विकलांग कारीगर काम करते हैं। यहां पर विकलांगों द्वारा सुंदर और आकर्षक हस्तशिल्प तैयार किए जाते हैं। आकर्षक चीजों में बैग, बेड कवर, कुशन कवर, खिलौने, कार्ड तथा घर के साजो-सामान शामिल हैं।

कृपाल कुंभ (जोधपुर)

जब आप कभी भी जयपुर के बारे में सोचते हैं तो आपके दिमाग में पहली बार वहां के स्मारकों के अलावा ब्लू पॉटरी (नीले बर्तन) ध्यान में आते हैं जो देखने में बहुत ज्यादा मनमोहक होते हैं। वहां के प्रसिद्ध कारीगर कृपाल सिंह शेखावत का ब्लू पॉटरी को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण हाथ रहा। उनके द्वारा तैयार किए गए कारीगरों के काम को देश के विभिन्न जगहों में देखा जा सकता है।

कला माध्यम (बंगलुरू)

भारतीय पारंपरिक कला और कारीगरों को प्रोत्साहन करने में कला माध्यम का बहुत ही ज्यादा योगदान है। अगर आपको देश के अलग-अलग हस्तशिल्प कलाओं से रूबरू होना है तो कला माध्यम एक उपयुक्त जगह है। यहां पर आपको मणिपुर के काले बर्तन, मेटल कला, सिरेमिक और संगमरमर की मूर्तिकला, पेंटिंग, आभूषण, कपड़े से संबंधित हस्तशिल्प मिल जाएंगे। साल के अंत में यहां मेला लगता है जहां आपको जरूर जाना चाहिए।


अन्य वीडियो






 टिप्पणी Note: By posting your comments in our website means you agree to the terms and conditions of www.StarLive24.tv


इस सेक्‍शन से अन्‍य ख़बरें

> >

1/4

अधिकतम देखे गए



संबंधित खोज
  • आहार
  • कला संस्कृति
  • फ़ैशन
  • फिटनेस
  • स्वास्थ्य और भोजन
  • सौंदर्य