नई दिल्ली। तिग्मांशु धूलिया निर्देशित फिल्म 'साहब बीवी और गैंगस्टर रिटर्न्स' को लेकर लोगों में पहले से ही उत्सुकता थी। जिन लोगों ने इसका पहला भाग देखा था, उन्हें तो इस फिल्म को लेकर बड़ी आशा थी कि कुछ और अच्छा देखने को मिलेगा। फिल्म में इरफान खान और सोहा अली खान के जुड़ने के बाद इसके और रोमांचक होने की उम्मीद सभी को थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिल्म पहली फिल्म की तरह इस बात के साथ आगे बढ़ती है कि जंग में सब कुछ जायज है, पर इसका अंत लोगों को निराश करता है।
फिल्म की कहानी पहले भाग से आगे बढ़ती है, लेकिन उसी अंदाज में। साहब यानी जिमी शेरगिल इसमें व्हील चेयर पर हैं और बीवी यानी माही गिल का अंदाज वैसा ही है। गैंगस्टर के रूप में यहां इरफान खान आए हैं और नई चरित्र रंजना यानी सोहा अली खान को तीनों के साथ समय-समय पर जोड़ा गया है। फिल्म में बदले की भावना भी है और साथ ही पैसा, पॉवर और पॉलिटिक्स का कॉकटेल भी, यह इसी के साथ रोमांचक तरीके से आगे बढ़ती है और अंत तक पहुंचती है।
काम की बात की जाए तो निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने अपना काम सही किया है। उनकी कहानी अंत में ऐसी हो गई है, जिसे दर्शक शायद अपनाएं। संभव है कि वे इस कहानी को और आगे बढ़ाएं, क्योंकि यह फिर खुली हुई है। अभिनय में सभी मुख्य कलाकारों ने कमाल का काम किया है, खास कर जिमी की जितनी तारीफ की जाए, कम है। इरफान अपने अंदाज में हैं और माही का भी रंग वैसा ही है, फिर भी ये पसंद आते हैं। सोहा ने यह साबित किया है कि अब उन्हें काम मिलेगा। वे अपनी हद से आगे बढ़ी और खुली हैं। अन्य कलाकारों में राज बब्बर और प्रवेश राणा ने भी ठीक-ठाक काम किया है। आइटम नंबर में मुग्धा गोडसे और अंजना सुखानी कुछ खास नहीं कर पाई हैं।
गीत-संगीत फिल्म में बहुत मायने नहीं रखते, बल्कि कहानी को आगे बढ़ने से रोकते हुए लगते हैं। गीतों के बोल नए और अलग जरूर हैं, लेकिन ये कहानी में घुलते नजर नहीं आते। पीयूष मिश्रा की आवाज वाला गीत 'बस छल कपट प्रपंच है..' ही ऐसा गीत है, जो कहानी के साथ जुड़ता है।
निर्माता - राहुल मित्रा, नितिन आहूजा, तिग्मांशु धूलिया
निर्देशक - तिग्मांशु धूलिया
संगीत - संदीप चौटा
गीत - संदीप नाथ
कलाकार - इरफान खान, सोहा अली खान, माही गिल, जिमी शेरगिल, राज बब्बर, परवेश राणा, दीप राज राणा, मुग्धा गोडसे और अंजना सुखानी।
अवधि - 145 मिनट
ढाई स्टार
रतन