नई दिल्ली।। आज के दौर में हर युवा कुछ ऐसा करना चाहता है जिससे उसे कामयाबी हासिल हो। एक स्टाइलिश जॉब और ऊचां मुकाम पाने के लिए एक अच्छा विकल्प हैं होटल इंडस्ट्री। इस क्षेत्र में आने के लिए योग्यता बारवीं पास होनी चाहिए और इसके साथ ही सफल होने के लिए क्षमता और धर्य की जरूरत पड़ती है। जिसके पास जज्बा, और जुनून होता है, आगे बढने के लिए हमेशा तैयार रहता है, हमेशा कुछ नया करने की इच्छा होती है, उसे इस क्षेत्र में आगे बढने से कोई नहीं रोक सकता है।
होटल मैनजमेंट में अवसरों की कमी नहीं है। जब से ग्लोबलाज़ेशन हुआ है तब से होटल मैनजमेंट की स्टडी भी ग्लोबलाइज़्ड हो गई है। अब नामी होटल चैन भी हर शहर में अपने छोटे-बड़ें होटल खोल रहे है। होटल मैनेजमेंट की मांग में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। होटल मैनेजमेंट को ग्लैमरस करियर माना जाता है। ऐसे में ये इंडस्ट्री ऐसे लोगों की मांग करती है जो नए तौर-तरीको और टेक्नोलोजी से अच्छी तरह से वाकिफ हो और साथ ही चुनौतियों का सामना करने में भी सक्षम हो।
होटल मैनेजमेंट में मुख्य तौर पर होटल, रेस्तरां, क्रूज जहाज होटल मैनेजमेंट, हॉस्पिटालिटी और कैटरिंग भी आता है। होटल, टुरिज्म असोसिएशन, एयरलाइन कैटरिंग और केबिन सर्विस, क्लब मैनेजमेंट, वन-लॉज, गेस्ट-हाउस भी होटल मैनेजमेंट किए हुए प्रोफेशनल्स ही चलाते है। पूरी दुनिया में टुरिज्म और एविएशन ने होटल बिजनेस के लिए अवसरों को बहुत बड़ा बना दिया है आने वाले समय में होटल इंडस्ट्री अलग ऊचाईयों को छुऐगा।
होटल मैनेजमेंट की मांग में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। होटल मैनेजमेंट को ग्लैमरस करियर माना जाता है। ऐसे में ये इंडस्ट्री ऐसे लोगो की मांग करती है जो नए तौर-तरीको और टेक्नोलोजी से अच्छी तरह से वाकिफ हो और साथ ही चुनौतीयों का सामना करने में भी सक्षम हो।
होटल मैनेजमेंट में मुख्य तौर पर होटल, रेस्तरां, क्रूज जहाज होटल मैनेजमेंट, हॉस्पिटालिटी और कैटरिंग भी आता है। होटल, टुरिज्म असोसिएशन, एयरलाइन कैटरिंग और केबिन सर्विस, क्लब मैनेजमेंट, वन लॉज, गेस्ट हाउस भी होटल मैनेजमेंट किए हुए प्रोफेशनल्स ही चलाते है। पूरी दुनिया में टुरिज्म और एविएशन ने होटल बिजनेस के लिए अवसरों को बहुत बड़ा बना दिया है आने वाले समय में होटल इंडस्ट्री अलग ऊचाईयों को छुऐगा।
होटल इंडस्ट्री के बारे मे “दा पार्क होटल” के ग्रुप इलॉक्ट्रोनिक मार्केटिंग के डायरेक्टर धीरज त्रिवेदी का कहना है कि “होटल मैनेजमेंट स्टडी का भविष्य बहुत अच्छा है, होटल इंडस्ट्री अभी भी इंडिया में पूरी तरह से संगठित नहीं हो पाया है पर अब हाल ही में बहुत सारी इंटरनेशनल होटल चयन के इंडिया में आने से इस बिजनेस को ज्यादा संगठित और टेक्नोलॉजीकल फायदे मिलने के आसार है। एक रिर्पोट के मुताबिक अगले तीन सालों में करीब 300 इंटरनेशनल होटल इंडिया में आ जाएंगे और एशिया के 17% होटल भारत में होंगे पूरे महाद्वीप का एक बहुत बड़ा सप्लाई पोर्शन होगा।”
...होटल मैनेजमेंट में करियर बनाने के लिए या एक होटल में जॉब करने वाले व्यक्ति के अंदर क्या क्वॉलिटी होनी चाहिए जाने।
एक अच्छा होटेलियर बनने के लिए सकारत्मक व्यक्तित्व, इंटेलिजेंट और आकस्मिक होने वाली परेशानियों को सुलझाने की क्षमता होनी चाहिए। जो व्यक्ति संभावना, विश्लेषण क्षमता, लगन को साथ ही साथ एक स्माइलिंग चेहरा भी बहुत जरूरी है। केंडिडेंड की ग्रुम, ड्रेसिंग सेंस और बात करने का तरीका भी बहुत मायने रखता है।
...होटल की सप्लाई लगातार बढ़ रही है पर डिमांड उस तरह से नहीं है तो क्या इसका असर होटल मैनेजमेंट की स्टडी पर भी पड़ सकता है
होटल बिजनेस में कुछ सालों में मांग और पूर्ति दोनों में तेजी देखने को मिली है, अगर इंडिया की बात करें तो टोटल जीडीपी का 2% ही हॉस्पिटालिटी इंडस्ट्री सहयोग करती है जो की बहुत साधारण है बरहाल, 2016 तक इसके 8% तक जाने की उम्मीद है जो आगे आने वाले कुछ सालों में देखने को मिलेगी। ऐसा होने पर इंडिया, दुनिया की दूसरी सबसे तेज़ी से उभरने वाली हॉस्पिटालिटी मार्केट बनेगी। इस साल विदेशी सैलानियों की संख्या में बढ़ोतरी होकर 4.4 मिलीयन तक पहुंच गयी है जो ये दिखाती है की इंडियन हॉस्पिटालिटी इंडस्ट्री में करियर एक अच्छा सिलेक्शन है।
...होटल इंडस्ट्री में आज के समय में कौन सा सेक्शन होटल मैनेजमेंट की स्टडी के अनुसार सही हो सकता है
होटल में सारे डिपार्टमेंटस को मुख्य रूप से 4 विभागो में बांटा जा सकता है, रिज्रवेशन-फ्रंट ऑफिस डिविज़न, सेल्स-मार्केट डिवीज़न, फुड-बैव्रर्ज डिवीज़न, और फाईंनेस। इन सभी डिपार्टमेंट में से किसी का भी चुनाव और उसमें एक्सपर्टनेस हासिल करना केंडिडेंट की अपनी क्षमताओं पर, स्टडी पर और ट्रेनिंग पर निर्भर करता है। किसी भी फंक्शन को किसी दूसरे फंक्शन से ज्यादा या कम नहीं समझना चाहिए। सभी फंक्शन में सही केंडिडेट के लिए हज़ारों अवसर है जरूरी है की एक केंडिडेट को किसी एक डिपार्टमेंट सिलेक्ट करने से पहले अपने रूची का पता होना चाहिए।
रिर्पोट ब्रिजना शर्मा