वाशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री चक हेगल ने कहा है कि अमेरिका को यकीन है कि सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार ने देश में चल रहे गृह युद्ध के दौरान छोटे स्तर पर रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है। गौरतलब है कि यह पहला मौका है, जब किसी अमेरिकी मंत्री ने सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की बात कही है।
बतौर रक्षा मंत्री पहली बार मध्यपूर्व की यात्रा पर पहुंचे हेगल ने अबु धाबी में कहा कि अमेरिकी खुफिया विभाग को दृढ़ विश्वास है कि सीरियाई सेना ने नागरिकों व विद्रोहियों केखिलाफ छोटे पैमाने पर रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है। यह युद्ध की हर परंपरा का उल्लंघन करता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पहले ही कह चुके हैं कि सीरिया में संघर्ष के दौरान रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल से स्थितियां बदल सकती हैं। अगर ऐसा हुआ तो अमेरिका युद्ध में हस्तक्षेप के लिए मजबूर होगा। अमेरिकी इसकी जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र पर दबाव बना रहा है।
ह्वाइट हाउस के मुताबिक, सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का मूल्यांकन शारीरिक सैंपल के आधार पर किया गया है। रासायनिक हथियारों के विशेषज्ञों का कहना है कि नर्वस सिस्टम को प्रभावित करने वाले रसायन सरीन की पहचान मानव के ऊतकों, खून, मूत्र, बालों के सैंपल यहां तक की मिट्टी और पत्तियों में की जा सकती है। इस रसायन का असर कई दिनों या हफ्तों के भीतर धीरे-धीरे खत्म होता है। 25 साल पहले इराक-ईरान युद्ध के दौरान हलबजा शहर पर हमले के दौरान इराक ने सरीन का इस्तेमाल किया था।
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि सीरिया में सरीन का प्रयोग सीमित पैमाने पर हुआ है। इससे बड़े पैमाने पर कोई हताहत नहीं हुआ है। ओबामा के पास असद शासन के खिलाफ हवाई हमलों से लेकर सैन्य कार्रवाई तक के सभी विकल्प मौजूद हैं।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, सीरिया में असद शासन के खिलाफ पिछले दो साल से जारी संघर्ष में 70 हजार लोग मारे जा चुके हैं।