बीजिंग। भारतीय सीमा में अपने सैनिकों की घुसपैठ को सिरे से खारिज कर रहे चीन का दुस्साहस बढ़ता ही जा रहा है। उसके तेवरों से लग रहा है कि भारतीय सीमा में 19 किलोमीटर अंदर घुस आए चीनी सैनिक फिलहाल लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी [डीबीओ] सेक्टर में जमे रहेंगे। गुरुवार को चीन ने भारतीय क्षेत्र से अपने सैनिकों की वापसी के लिए कोई समय सीमा तय करने से इन्कार कर दिया। हालांकि बीजिंग ने भरोसा दिलाया कि आपसी बातचीत से यह मसला जल्द सुलझा लिया जाएगा।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनइंग ने पत्रकारों के समक्ष फिर यह मानने से इन्कार किया कि चीनी सैनिकों ने भारत में घुसपैठ की है। यह मसला उठाए जाने पर उनका कहना था, 'मैं फिर यह दोहराना चाहती हूं कि भारत से लगी सीमा पर हमारे सैनिक चीनी क्षेत्र में सामान्य गश्त करते रहते हैं। चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा के किसी भी मायने में उल्लंघन का विरोध करता है।' जब यह पूछा गया कि दौलत बेग ओल्डी में चीनी सैनिक कब तक डेरा डाले रहेंगे। इस पर हुआ ने कोई समय सीमा निर्धारित करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि मसले का संपूर्ण एवं सटीक हल निकालने के लिए भारत और चीन बातचीत कर रहे हैं। बहुत जल्द यह मसला हल हो जाएगा। बकौल हुआ, सीमा क्षेत्र में शांति दोनों देशों के हित में हैं। भारत और चीन मसले को दोस्ताना माहौल में सुलझाने के इच्छुक हैं और ऐसा करने में सक्षम भी हैं। इसको लेकर दोनों देशों में नजदीकी संपर्क बना हुआ है। द्विपक्षीय तंत्र समस्या को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने में समर्थ है।
उन्होंने मीडिया से इस प्रकरण पर संयम बरतने का आग्रह किया। ध्यान रहे कि चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के करीब 50 सैनिक 15 अप्रैल की रात डीबीओ सेक्टर में भारतीय सीमा क्षेत्र के 19 किलोमीटर अंदर बुर्थे तक चले आए और उन्होंने करीब 17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित इस क्षेत्र में पांच तंबू लगाकर अस्थाई चौकी बना ली है।