मेरठ : शहर में अवैध रूप से संचालित टेंपो पर लगाम लगाने के लिए बुधवार को परिवहन अफसरों ने तीन स्थानों पर एकसाथ चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान 52 टेंपो सीज किए गए तथा 75 का चालान किया गया। इस दौरान देहात के परमिट पर शहर में घुसते हुए, एक्सपायर परमिट व बिना फिटनेस के ही चलते टेंपो मिले, जिन्हें सीज करके संबंधित थाने में बंद कर दिया गया।
शहर में मंगलवार को केवल एक टीम ने चेकिंग की, लेकिन बुधवार को एक साथ तीन टीमें टेंपो चेकिंग के लिए उतरीं। एआरटीओ राम रतन सोनी ने बेगमपुल से कंकरखेड़ा तक चेकिंग की। एआरटीओ पीके सिंह ने बेगमपुल से रुड़की रोड पर मोदीपुरम तिराहा तक चेकिंग की तथा बागपत से चेकिंग के लिए विशेष रूप से बुलाए गए एआरटीओ सतीश कुमार ने परतापुर से दिल्ली रोड पर अभियान चलाया। चेकिंग अभियान से टेंपो चालकों में हड़कंप मच गया। चेकिंग के दौरान पता चला कि बड़ी संख्या में टेंपो ग्रामीण क्षेत्र का परमिट लेकर शहर में घुस रहे थे। आरटीओ बृजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि तीनों टीमों ने कुल 52 टेंपो सीज किया तथा 75 टेंपो का चालान किया। चेकिंग अभियान गुरुवार को भी जारी रहेगा।
शहर के भीतर नहीं की चेकिंग
मेरठ : परिवहन अधिकारी शहर में घुसकर टेंपो के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाने से कतराते नजर आए। टेंपो की मारामारी शहर में हापुड़ अड्डा से मेट्रो प्लाजा, हापुड़ अड्डा से एल ब्लाक व हापुड़ रोड, बेगमपुल समेत सभी मुख्य मार्ग प्रभावित हैं। हालांकि तीनों टीमों ने शहर नहीं शहर के बाहरी क्षेत्रों में ही चेकिंग की।
..तो पूरे दिन में कितने चालान
मेरठ : परिवहन अफसरों की तीन टीमें चेकिंग के लिए फील्ड में उतरीं, तो जरूर लेकिन बस कुछ देर के लिए ही। उन्होंने मात्र आधा घंटे ही चेकिंग की। इसके बाद टीमें गायब हो गई। लोगों का कहना है कि यदि आधा घंटे में ही 125 टेंपो के खिलाफ कार्रवाई हुई तो पूरे दिन के अभियान में क्या हाल होगा? यानी कि साफ है कि शहर में बड़ी संख्या में अवैध रूप से टेंपो चल रहे हैं।