मेरठ : हमारे आसपास ऐसे बहुत से औषधीय पौधे हैं जिनकी उपयोगिता को हम नहीं जानते। इनकी उपयोगिता के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम आरजी पीजी कालेज के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्लांट कन्जर्वेशन सोसाइटी की ओर से किया जा रहा है। शनिवार को कालेज में इस सोसाइटी और प्लांट गैलरी का उद्घाटन किया गया।
कालेज में औषधीय पौधे पर कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें दो वर्षीय प्रोग्राम के विषय में भी जानकारी दी गई। सोसाइटी की संस्थापक ने बताया कि सोसाइटी की सदस्य छात्राओं को पहले औषधीय पौधों को पहचानने और उसकी उपयोगिता के विषय में बताया गया है। अब वह अन्य कालेजों और घरों में जाकर पौधे लगवाएंगी और उसकी उपयोगिता से लोगों को अवगत कराएंगी। उन्होंने सोसाइटी के सदस्यों के एक साल के कार्यो के विषय में बताया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. वाई विमला ने औषधीय पौधों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि डा. आशा सिंह, प्रधानाचार्या डा. सीमा जैन, प्रोग्राम मैनेजर डा. अमिता शर्मा आदि रहे।
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पौधे लगाने के संग होगी निगरानी भी
वनस्पति विज्ञान विभाग की हेड डा. मीनू गुप्ता ने बताया कि पिछले दो साल से वह कई कालेजों और संस्थानों से औषधीय पौधों को एकत्रित कर रही हैं, मेरठ और आसपास के क्षेत्रों से भी छात्राओं की मदद से औषधीय पौधे लाकर उसे कालेज में बने गैलरी प्लांट में विकसित किया गया है। गैलरी प्लांट से अब नर्सरी विकसित की गई है। कालेजों और लोगों के घरों में औषधीय पौधे लगाने के लिए प्रेरित करने और इन पौधों को लगाने के लिए एमएससी फर्स्ट ईयर के छात्राओं की मदद ली जा रही है। नर्सरी में इस समय 32 पौधे हैं, जिसमें से दस पौधे छात्राओं की मदद से कालेजों और लोगों के घरों में लगवाया जाएगा। प्रथम वर्ष की छात्राएं दूसरे साल तक इन पौधों की निगरानी भी करती रहेंगी।
ये पौधे लगेंगे
ब्राह्माी बूटी, स्टीविया, अकरबरा, अश्वगंधा, मरवा, काली तुलसी, सदाबहार, कालमेघ, मंडूकर्णी, एलोवेरा, गिलोय, दर्दमार, काला बासा आदि।