नई दिल्ली।। विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कैंसर से जुडी समस्या और उनके समाधान के बार में बताया। विदेशो में 2 प्रतिशत और हिंदुस्तान में 40 प्रतिशत लोग कैंसर के शिकार है अगर हमे इस बीमारी का पता शुरुआत में ही चल जाए तो इसका समाधान निकालना आसान हो जाता है पर कई लोग इसके लक्षण को नजरअंदाज कर देते है जिससे यह बीमारी एक कैंसर का रुप धारण कर लेती है।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आईएमए के महासचिव डॉ. के. के. अग्रवाल ने बताया कि ये बीमारी लोगों के लाईफ स्टाईल के कारण होती है। जैसे की तंबाकू, एल्कोहल, धुम्रपान,खाद्य,प्रदूषण, मांसाहारी और मोबाइल तो दूसरी तरफ नॉन लाईफ स्टाईल के बारे में ये बताया की श्वेत मांस जानवर खा सकते है इंसान नहीं क्योंकि वह 20 कि.मी तक भागते हैं जिनसे उनका आहार पच जाता है। इन सब चीजों के कारण लोग कैसर से जूझ रहे है।
डॉ. राजेश ग्रोवर ने बताया की 25 प्रतिशत महिलाओं में सरवाईकल कैंसर होता है पर ब्रैंस्ट कैंसर ज्यादा तर मैट्रो सीटी में पाया गया है। पूरुषो में धूम्रपान की वजह से लंग्स और ओरल कैंसर पाया गया है। कैंसर को जांच ने के लिए दो परीक्षण बताए, पहला स्वंम परीक्षण और दूसरा पार्टनर परीक्षण और महिलाओं को इसकी जांच मासिक के बाद करनी चाहिए।
कैंसर के लक्षण
1.शरीर में किसी भी जगह से असामान्य ब्लीडिंग और डिस्चार्ज के साथ इसका दर्द न हो तभी कैंसर हो सकता है।
2.शरीर के किसी भी हिस्से में गांठ या सूजन हो खासतौर से ब्रैस्ट में।
3.कोई भी अल्सर या घाव जो भरा न हो और कैविटी।
4.लगातार खासी या आवाज खराब होना।
5.निगलने में दर्द, तकलीफ और अपच
6.आंत या मूत्राशय की आदतों में बदलाव।
7.किसी निशान या तिल आदि के शेप, साइज या दिखने में स्पष्ट बदलाव।
8.बार- बार सिरदर्द, आंखों की रोशनी में धीरे-धीरे कमी आना और शरीर में कमजोरी का बढ़ना।
9.बिना किसी स्पष्ट वजह के अनियमित बुखार, लगातार वजन कम होना, भूख में कमी और कमजोरी बढ़ना।
इस बीमारी से कैसे बचा जाए
1.तंबाकू और धूम्रपान के इस्तेमाल से बचे।
2.अपना वजन स्वस्थ सीमा में रखें और पेट का घेरा भी।
3.ऐसे खाने का सेवन करना चाहिए जिसमें सैचुरेटेड और ट्रांस फैट की मात्रा कम हो जैसे की फल, संब्जिया और साबुत अनाज।
4.अल्कोहल के इस्तेमाल पर नियंत्रण रखें।
5.शारीरिक रुप से सक्रिय रहें।
6.सेक्सुअली ट्रांसमिटेड संक्रमण से बचाव करें।
7.जरुरत से ज्यादा धूप के संपर्क से बचें।
8.बैस्ट, गर्भाशय और कोलेरेक्टल कैंसर की नियमित स्क्रीनिंग कराएं।
डॉ. के. के. अग्रवाल ने बताया की मैडिटेशन से भी कैंसर से बचाव किया जा सकता है।
प्राइवेट हस्पतालो में कैंसर का इलाज मंहगा होता है वही दिल्ली राज्य चिकित्सा संस्थान में कैंसर का इलाज मुफ्त किया जाता है।