बरेली। शुक्रवार को दिन पूरी रौ में दिखेगा और रात का इंतजार बढ़ेगा। सूर्यदेव भी देर तक अपनी चमक बिखरते रहेंगे। वजह, वर्ष का सबसे बड़ा दिन जो होगा। इस दिन सूरज की किरणें 13 घंटे 33 मिनट और 46 सेकेंड लोगों को अपने ताप से परेशान करेंगी।
दरअसल, अपने अक्ष पर साढ़े 23 अंश झुकी पृथ्वी लगातार सूर्य की परिक्रमा करती है। बारी-बारी से इसके उत्तरी और दक्षिणी गोलार्द्ध सूर्य के सामने आते रहते हैं। इससे दिन और रात की अवधि निर्धारित होती है। 21 जून को पृथ्वी का उत्तरी गोलार्द्ध सूर्य के सामने होता है। सूर्य की किरणें कर्क रेखा पर सीधी पड़ती हैं, जिससे दिन की अवधि दूसरे दिनों के मुकाबले बढ़ जाती है। दिन बड़ा होने से सूर्य का ताप भी अधिक महसूस होता है। इस खगोलीय घटना से सूर्य दक्षिणायन होना शुरू हो जाता है, जिससे दिन धीरे-धीरे छोटे होना शुरू हो जाते हैं। फलस्वरूप 23 सितंबर को दिन और रात की अवधि बराबर हो जाती है। दिन की अवधि इसके बाद भी घटती रहती है। 21 दिसंबर को दिन की अवधि सबसे कम हो जाती है और रात की सबसे ज्यादा। इसके बाद दिन की अवधि बढ़ने लगती है और 23 मार्च को एक बार फिर दिन और रात बराबर हो जाते हैं।
खगोलविद डॉ.वीके शर्मा के अनुसार दिन और रात का स्टैंडर्ड समय उज्जैन के अनुसार निर्धारित किया जाता है। उज्जैन में 21 जून को सूर्य 13 घंटे 33 मिनट और 46 सेंकेंड चमकेंगे। यहां पर सूर्योदय 5.41.52 बजे और सूर्यास्त 7.15.38 बजे होगा। जबकि बरेली में दिन की अवधि 13 घंटे 25 मिनट होगी। यहां सूर्योदय 5.23 और सूर्यास्त 6.48 बजे होगा।