नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित फेरबदल सी.पी. जोशी ने भी अजय माकन के बाद कैबिनेट मंत्री के रूप में नीचे कदम आगे, जिनमें से सोमवार को जगह ले जाएगा.
जोशी और माकन दोनों शनिवार की रात को अपने इस्तीफे सौंप दिया था. उनका इस्तीफा तत्काल प्रभाव से अध्यक्ष प्रणब मुखर्जी ने स्वीकार कर रविवार को किया गया, एक राष्ट्रपति भवन विज्ञप्ति कहा.
फेरबदल सोमवार शाम को जगह ले जाएगा, एक राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता ने कहा.
फेरबदल व विस्तार अपनी मंत्रिपरिषद में कई रिक्तियों को भरने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा उपयोग किए जाने की संभावना है.
व्यायाम अंबिका सोनी और गुरुदास कामत के साथ माकन और जोशी को इन पदों से केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद और ऑस्कर फर्नांडिस गिरा जो पार्टी से महामंत्री के रूप में लाया गया, जिसमें कांग्रेस पार्टी तंत्र के ओवरहाल के बाद एक दिन में आ जाएगा.
मीनाक्षी करीब पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को माना नटराजन, और फर्नांडिस के नाम केंद्रीय मंत्रियों की परिषद में एक संभव बर्थ के लिए कांग्रेस के हलकों में उल्लेख किया जा रहा है. कांग्रेस नेतृत्व ने हाल ही में माओवादियों ने हमला किया था, जहां जनमत वाली छत्तीसगढ़ की निवासी है, जो राज्य के चरण दास महंत, मंत्री ऊपर उठाया जाएगा अटकलें हैं कि वहाँ भी था.
भूतल परिवहन एवं राजमार्ग और रेलवे की दोहरी विभागों पकड़े हुए था जो जोशी, कांग्रेस आलाकमान से 'निर्देशों' के बाद इस्तीफा दे दिया, उसे के करीबी सूत्रों ने बताया.
जोशी ट्वीट "पार्टी ने मुझे प्रदान करती है जो भी नई भूमिका मैं अपनी क्षमता के अनुसार, कि प्रदर्शन करेंगे".
आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्री कौन था माकन, पार्टी के लिए काम करने की इच्छा व्यक्त की है. उनके इस्तीफे के बाद इस साल आगे दिल्ली में विधानसभा चुनाव की बात आती है.
मंत्रिपरिषद के फेरबदल दूर एक साल से भी कम लोकसभा चुनाव के साथ संप्रग द्वितीय में पिछले व्यायाम होने की उम्मीद है. यह पिछले साल अक्टूबर के बाद दूसरा फेरबदल है.
सिंह पहले कुछ रिक्तियों और उन्हें माना जा रहा था भरने का मुद्दा है कि वहाँ थे कहा था.
मंत्रिमंडल में नवीनतम रिक्तियों के केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और अश्विनी कुमार के इस्तीफे के द्वारा बनाया गया था.
बंसल ने अपने भतीजे और एक रेलवे बोर्ड के सदस्य से जुड़े रिश्वत कांड के मद्देनजर पिछले महीने के रेल मंत्री के पद से इस्तीफा.
कुमार कोल ब्लॉक आवंटन घोटाले पर सीबीआई जांच रिपोर्ट के पुनरीक्षण पर एक विवाद के बाद कानून मंत्री के रूप में इस्तीफा दे दिया.