बेंगलूर। कर्नाटक में समाजवादी पार्टी का पहली बार खाता खुल गया। भाजपा सरकार में मंत्री रहे सीपी योगेश्वर ने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और पार्टी का खाता खोलने के साथ बड़ा उलटफेर किया। उन्होंने चन्नापटना सीट से जद [एस] के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी की पत्नी अनीता को 6404 वोटों से हराया। दलबदलू करार देकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही योगेश्वर को टिकट देने से मना कर दिया था। यहां कांग्रेस प्रत्याशी सादात अली खान को 8134 और भाजपा के रविकुमार गौड़ा को महज 1609 वोट मिले।
भाजपा को ले डूबे येद्दयुरप्पा
भाजपा में तिरस्कार के बाद अलग पार्टी बनाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येद्दयुरप्पा कर्नाटक चुनाव में ज्यादा सीटें तो नहीं जीत सके लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी को मटियामेट कर वह अपनी हैसियत साबित करने में कामयाब रहे। कर्नाटक जनता पार्टी बनाने वाले येद्दयुरप्पा ने भाजपा को तीसरे स्थान पर धकेल दिया। पांच साल पहले भाजपा को सत्ता में लाने वाले येद्दयुरप्पा को अवैध खनन पर लोकायुक्त रिपोर्ट में दोषी ठहराए जाने के बाद जुलाई 2011 में इस्तीफा देना पड़ा था। माना जाता है कि काफी दिनों तक मुख्यमंत्री पद पर अड़े रहने के बाद येद्दयुरप्पा प्रदेश अध्यक्ष पद से ही संतोष करने को तैयार हो गए थे। लेकिन केंद्रीय नेतृत्व इसके लिए भी राजी नहीं हुआ। येद्दयुरप्पा प्रचार के दौरान धोखेबाजी का आरोप लगाते हुए भाजपा पर ही हमले करते रहे।
अभिनेत्री पूजा गांधी की करारी हार
ग्लैमर और शोहरत के दम पर चुनाव जीतने उतरीं कन्नड़ अभिनेत्री पूजा गांधी को रायचूर सीट से करारी हार मिली। बीएसआर कांग्रेस से चुनाव लड़ रहीं गांधी को महज 1,815 वोट मिले। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा की आंखों की किरकिरी बनने के बावजूद कन्नड़ अभिनेता अंबरीश उनके गृहनगर मांड्या से चुनाव जीतने में कामयाब रहे। पूजा ने जद [एस] से राजनीति में कदम रखा था, बाद में वह येद्दयुरप्पा की केजेपी में शामिल हो गईं और अंतत: बीएसआर कांग्रेस से टिकट पाने में कामयाब रहीं।
सियासी परिवारों के लिए मिले-जुले रहे नतीजे
कर्नाटक में लंबे समय से राजनीति में रहे परिवारों के लिए चुनावी नतीजे मिले-जुले रहे। कांग्रेस से चुनाव लड़ रहीं पिता-पुत्र की दो जोड़ियां जीतने में सफल रहीं। ए शिवशंकरप्पा देवानगिरि दक्षिण तो उनके पुत्र एसएस मल्लिकार्जुन देवानगिरि उत्तर से चुनाव जीते। एम कृष्णप्पा ने बेंगलूर की विजयनगर सीट बरकरार रखी और उनके बेटे प्रिया कृष्णा गोविंदराजनगर से चुने गए। जद [एस] अध्यक्ष कुमारस्वामी रामनगर से और उनके बड़े भाई एचडी रेवन्ना होलेनारासिपुरा ने सीट से जीत हासिल की। हालांकि भाजपा से लड़े एम कृष्णप्पा बेंगलूर दक्षिण सीट से जीत गए मगर उनके पुत्र एम श्रीनिवास को राजराजेश्वरीनगर से हार का मुंह देखना पड़ा। जद [एस] से लड़े मधु बंगारप्पा ने अपने भाई और कांग्रेस प्रत्याशी कुमार बंगारप्पा को हराया।
सरकार के 12 मंत्रियों की हार
कांग्रेस की लहर में भाजपा सरकार के 12 मंत्रियों को धूल चटानी पड़ी। येद्दयुरप्पा की हिट लिस्ट में रहे उप मुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा भी अपनी सीट नहीं बचा पाए। शिमोगा में ईश्वरप्पा तीसरे स्थान पर लुढ़क गए। उद्योग मंत्री मुरुगेश निरानी को बिलगी से 11,000 वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी के हाथों हार मिली। इसके अलावा मंत्री वी सोमन्ना [विजय नगर], बीएन बाचे गौड़ा [होसकोटे], आर बेलामागी [गुलबर्गा ग्रामीण], एन नारायणसामी[अनेकल], सोगाडु शिवन्ना [तुमकुर], एसके बेलुब्बी [बासवाना], के बांदी [रान], एस रविंद्रनाथ [देवानगिरि उत्तर], एसए रामदास [कृष्णराजा] और आनंद असनोतिकर [करवार] से हार मिली।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष परमेश्वरा की चौंकाने वाली हार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पद के दावेदार जी परमेश्वरा की हार सबसे ज्यादा चौंकाने वाली रही। उन्हें कोराटगिरि सीट से 18,000 वोटों के अंतर से जद [एस] उम्मीदवार सुधाकर लाल ने हराया। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी सीएम इब्राहिम भी हारकर तीसरे स्थान पर रहे।