बक्सर [कंचन किशोर]। मुंबई हमले का दोषी अजमल कसाब और संसद हमले के मामले में अफजल को फांसी पर लटकाने के बाद देश व समाज के बाकी बचे दुश्मनों को भी उनके अंजाम तक पहुंचाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए बक्सर सेंट्रल जेल से फांसी का फंदा यानी मनीला रस्सी देश के विभिन्न जेलों में भेजी गई है। हालांकि, इन फांसी के फंदों पर किसका नाम लिखा है, इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है।
केंद्रीय कारागार के कैदी पुनर्वास प्रशिक्षण केंद्र में ही फांसी का फंदा वाली रस्सी का निर्माण होता है। ब्रिटिश राज में फिलीपींस के मनीला में फांसी के लिए रस्सी तैयार होती थी। बाद में इस जेल में भी वैसी ही रस्सी का निर्माण होने लगा। अंग्रेजों ने ही इसे मनीला रस्सी का नाम दिया था। सूत्रों के मुताबिक पिछले महीने सात-आठ अप्रैल से अब तक देश की कई जेलों से मनीला रस्सी की मांग आई है। दिल्ली के तिहाड़ व हरियाणा के अंबाला जेल को चार-चार मनीला रस्सी की आपूर्ति पिछले महीने ही कर दी गई है। जबकि, हरिद्वार जेल को छह व इलाहाबाद के नैनी जेल में तीन फांसी का फंदा हाल ही में भेजा गया है। जहां से ये मांगें आई हैं, उन जेलों में ऐसे कैदी बंद हैं जिनकी दया याचिका हाल ही में राष्ट्रपति ने खारिज कर दी है। ऐसे कैदियों में तिहाड़ में देवेंदर सिंह भुल्लर, अंबाला जेल में धर्मपाल के भी हैं।