नवीन नवाज। आम आदमी की तरह जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी लद्दाख में घुसपैठ करने वाली चीनी सेना के वापस लौट जाने से खुश तो हैं, लेकिन यह बात उनके गले नहीं उतर रही कि आखिर भारतीय सेना किस इलाके को खाली करके लौटी है। उमर ने केंद्र सरकार से इस मसले पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।
सोमवार को उमर ने कहा कि मुझे खुशी है कि चीनी सैनिक 19 दिनों तक हमारे क्षेत्र में जबरन रहने के बाद लौट गए हैं। लेकिन कहा जा रहा है कि चीनी सेना ने भारतीय जवानों द्वारा संबंधित इलाके को खाली करने के बाद यह कदम उठाया है। उमर अब्दुल्ला ने सवाल किया कि मेरी समझ में यह नहीं आता कि आखिर भारतीय जवान किस इलाके से हटे हैं? हम तो अपने ही इलाके में थे, चीनी सैनिकों ने ही यहां घुसपैठ की थी, इसलिए उसका हटना समझ में आता है, लेकिन भारतीय सैनिकों का अपने ही इलाके को खाली कर लौटना गले नहीं उतरता। इस सवाल पर केंद्र को स्थिति साफ करनी चाहिए।
उमर ने कहा कि लद्दाख में पहले भी घुसपैठ की घटनाएं होती रही हैं, लेकिन यह पहला मौका था जब चीनी जवान हमारे ही इलाके में लंबे समय तक तंबू लगाकर डटे रहे। पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह पर जम्मू की जेल में हुए हमले पर उन्होंने कहा कि मामले की जांच राज्य गृहसचिव कर रहे हैं। सरबजीत की मौत के बाद ऐसी किसी घटना की आशंका के मद्देनजर जेल प्रशासन के लिए परामर्श जारी कर भारतीय और पाकिस्तानी कैदियों को अलग-अलग रखने के लिए कहा गया था। फिर भी यह घटना हो गई। यह अत्यंत अफसोसनाक है।