रिपोर्टर ब्रिजना शर्मा।। देश की राजधानी दिल्ली ‘परेशानियों का गढ़’ बनती जा रही है दिल्ली में आम आदमी जहां असुरक्षा और भ्रष्टाचार, महंगाई जैसी मुसीबतों से जूझ़ रही है वही पानी की समस्यांए दिन-प्रतिदिन अपना सिर उठा रही है।
दिल्ली में जो पानी के बिल लोगों को मिल रहे हैं वो पानी की धार से भी ज्यादा तेजी से बढ़ रहे है और यही वजह है कि लोगों को पानी से जुड़ी समस्यओं का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली जल-बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती शिला दीक्षित भी इस मामले मे लाचार नजर आ रही है।
पानी के बढ़ते बिल की वजह से लोगों को जहां अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ रही है वहीं पानी की किल्लत से भी जूझना पड़ रहा है जिसका फायदा टैंकर माफिया उठा रहे हैं,
ये लोग पानी की चोरी करके दिल्ली के बहुत से इलाकों मे जनता से पानी की मनमानी कीमत वसूल करते हैं। आम आदमी पार्टी ने जंतर-मंतर पर इस मामले को लेकर धरना-प्रद्रर्शन किया इस प्रद्रर्शन मे अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली मे जो पानी के मीटर लगे है, उन मे यदि फूंक मारी जाए तो वह मीटर आगे बढ जाते हैं और आधा लीटर पानी के खर्च जितना बिल बेवजह लोगो को भरना पडता है।
लेकिन बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती टैंकर माफियाओं की मनमानी, पानी की चोरी, ओर ज्यादा बिल भरने के बावजूद लोगों को जो पानी मिल रहा है वो निहायती गंदा है जिससे लोगो पर हैजा, डायरिया जैसी खतरनाक बीमारियों का खतरा बना हुआ है, लेकिन लोग वो गंदा पानी पीने को मजबूर हैं।
असुरक्षा की भावना, भ्रष्टाचार, बढती मंहगाई, इन सब ने लोगों की कमर वैसे ही तोड़ रखी है उसके बाद पानी की बढ़ती समस्यां ने लोगों का जीना और दुभर कर दिया है। यदि सरकार ने और दिल्ली जल बोर्ड ने इस मामले पर जल्दी ध्यान ना दिया तो लोगों की समस्याओं के साथ-साथ सरकार की किरकिरी भी बढ़ जाएगी।