नई दिल्ली।। पाकिस्तान के जिन्ना अस्पताल में सरबजीत जिंदगी और मौत से लड़ रहाहै। वो अभी भी कोमा में हैं। भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार से ये अपील की है किवो उसे इलाज के लिए भारत भेज दें। लेकिन पाकिस्तान फिलहाल ऐसा करता नजर नहीं आ रहाहै। वो सरबजीत को ना तो भारत और ना ही विदेश इलाज के लिए भेजने को तैयार है। उधर, जिन्ना अस्पताल के चार डॉक्टरों के पैनलने भी ये साफ कर दिया है कि सरबजीत की हालत इस काबिल नहीं है कि उसे हिलाया भी जासके।
दरअसल क्या लाहौर के जिन्ना अस्पताल मेंऐसे काबिल डॉक्टर हैं, ऐसी मशीनेहैं जो सरबजीत की जान बचा ले। मांग हुई कि सरबजीत को भारत भेज दिया जाए। अगर भारतनहीं भेज सकते तो विदेश के किसी अस्पताल में उसे भर्ती कराया जाए। खबर आई किजिन्ना अस्पताल के 4 डॉक्टरोंका पैनल इस पर विचार करेगा। लेकिन जल्द ही ये साफ हो गया कि पाकिस्तान को इस मांगकी जरा भी परवाह नहीं है। समाचार एजेंसी पीटीआई की माने तो पाकिस्तान के स्वास्थ्यविभाग के अफसरों का कहना है कि उनके पास ऐसा कोई प्रस्ताव ही नहीं है।
सौ.आईबीए.