राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा ने बृहस्पतिवार को पाकिस्तान द्वारा साजिश के तहत सरबजीत सिंह की हत्या की कड़ी निन्दा की। उन्होंने कहा कि सरबजीत की हत्या के लिए पाकिस्तान के साथ साथ भारत सरकार भी जिम्मेदार है। सरकार ने सभी प्रकार की सूचनाओं व चेतावनी के बावजूद सरबजीत की हत्या को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
मल्होत्रा ने कहा कि 1971 में हुए युद्ध के बाद पाकिस्तान के 93 हजार सैनिक भारत की कैद में थे। कैदी होने के बावजूद भारत ने जिस तरह उन्हें रखा, उसकी मिसाल विश्व में नहीं मिलती। भारत ने सभी कैदियों को रिहा कर दिया, लेकिन पाकिस्तान में कैद भारत के करीब तीन सौ सैनिकों को छोड़ने की शर्त नहीं रखी । उनमें से अधिकतर पाकिस्तानी जेलों में मर गए, कई पागल हो गए, कइयों का जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया गया। बाद में भी गलती से कोई भारतीय पाकिस्तान की सीमा में चला गया तो उसे भारतीय जासूस करार देकर लंबी सजा सुनाई गई, जेलों में यातनाएं दी गई । मल्होत्रा ने कहा कि आश्चर्य यह है कि जो लोग वाघा वार्डर पर हर वर्ष भारत-पाक मित्रता के लिए मोमबत्तिया जलाते हैं, वे भी ऐसी अमानुषिक हत्या पर चुप्पी साध लेते हैं।