सरफराज अहमद सिद्दीकी (लेखक अधिवक्ता और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव)
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित केरल की नई राज्यपाल होंगी। शीला दीक्षित को केरल के राज्यपाल के पद पर बिठाने को लेकर कांग्रेस हाईकमान ने हरी झंडी दे दी है और उनकी नियुक्ति की अधिसूचना किसी भी वक्त जारी की जा सकती है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि केरल में नए राज्यपाल के पदभार ग्रहण करने तक वहां की जिम्मेदारी कर्नाटक के राज्यपाल एच.आर.भारद्वाज संभालेंगे।
15 सालों तक दिल्ली पर राज करने वाली शीला दीक्षित को राज्यपाल पद की जिम्मेदारी दिए जाने से एक बात तो साफ है कि अब सक्रिय राजनीति में उनकी भूमिका खत्म हो जाएगी। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक शीला निखिल कुमार का स्थान लेंगी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने निखिल कुमार का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से मंजूर कर लिया है। निखिल कुमार बिहार से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं शीला दीक्षित हाल के विधानसभा चुनाव में पराजित होने के तीन महीने के अंदर केरल की राज्यपाल नियुक्त की गईं। पिछले दिसंबर में दिल्ली विधानसभा चुनाव में शीला दीक्षित को नयी दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल से भारी शिकस्त मिली थी। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का बहुत खराब प्रदर्शन रहा और वह सत्तर सदस्यीय विधानसभा में तीसरे स्थान पर पहुंच गई।
शीला 1998 से लेकर 2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। पिछले साल दिसंबर में हुए विधानसभा चुनावों मे वह आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल से चुनाव हार गई थीं। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री 1984 से 1989 तक उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोक सभा सीट से सांसद रह चुकी हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मामले चल रहे हैं।