खंडवा: अगर आपको दुनिया के किसी भी कोने में कभी थाने जाने का मौका मिला हो तो वहां आपने थानेदार को देखा होगा. मध्य प्रदेश में एक ऐसा थाना है, जहां के थानेदार भगवान हनुमान हैं. यह बात सुनने में थोड़ी अजीब है क्योंकि जिस भगवान हनुमान कोई देख नहीं पाता है भला वह थानेदारी कैसे कर सकते हैं. दरअसल, खंडवा जिले के मोघट थाना में भले ही कागज पर थानेदार पदस्थ रहता हों, लेकिन मान्यता है कि थाना बजरंगबली की कृपा से ही चलता है. बताया जाता है कि खंडवा का मोघट थाना श्मशान की जमीन पर बना है. करीब 25 साल पहले श्मशान को तोड़कर यहां थाना बनाया गया था. इलाके के लोगों का कहना है कि यहां अदृश्य शक्तियां निवास करती हैं. कहा जाता है कि थाना बनने के बाद यहां कई ऐसी घटनाएं घटीं जो लोगों के समझ से परे था. इसके बाद थाने के पुलिसकर्मियों ने यहां भगवान हनुमान की मूर्ति स्थापित कर पूजा-पाठ शुरू कर दिया. लोगों का कहना है कि जिसके बाद से यहां स्थितियां सामान्य हो गईं.
शुरुआती दिनों में इस थाने में जिस भी थानेदार की तैनाती होती, एक साल के अंदर उसका निलंबन हो जाता था. इसे इत्तेफाक कहें कि शुरुआत में कुछ थानेदारों के निलंबन यहां जल्दी-जल्दी हुए थे. लोगों ने इस घटना को भी श्मशान पर थाने के बने होने की घटना से जोड़कर देखना शुरू कर दिया. हालांकि पुलिस विभाग का कहना है कि इलाके में अपराधियों का बोलबाला है, इसलिए यहां वारदातें होती रहती हैं. बड़े वारदात के बाद थानेदार का निलंबन पुलिस महकमे में सामान्य प्रक्रिया है.
इसके बाद से इस थाने में जिस भी पुलिसकर्मी की तैनाती होती है वह सुबह-शाम भगवान हनुमान को सैल्यूट करते हैं. बाहर से आने वाले एसपी जैसे बड़े पुलिस अधिकारी भी हनुमान की मूर्ति के सामने सिर झुकाते हैं. यहां हनुमान जयंती बड़े पैमाने पर मनाया जाता है.