रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा मोटर्स समेत सात भारतीय कंपनियां विश्व की 500 सबसे बड़ी कंपनियों में हैं। फार्च्यून पत्रिका की इस सूची में शीर्ष पर वालमार्ट है। 2015 की फार्च्यून ग्लोबल 500 सूची में इंडियन आयल 119वें स्थान पर है। इसकी वार्षिक आय करीब 74 अरब डॉलर है। 62 अरब डॉलर की आय वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (158वें), 42 अरब डॉलर के साथ टाटा मोटर्स (254वें), 42 अरब डॉलर के साथ भारतीय स्टेट बैंक (260वें), 40 अरब डॉलर के साथ भारत पेट्रोलियम (280वें), 35 अरब डॉलर की आय के साथ हिंदुस्तान पेट्रोलियम (327वें) और 26 अरब डॉलर की आय के साथ ओएनजीसी (449वें) स्थान पर है।
विश्व की 500 प्रमुख कंपनियों की सम्मिलित आय 2014 में 31,200 अरब डॉलर रही और मुनाफा 1,700 अरब डॉलर रहा। इस साल की 500 सर्वश्रेष्ठ कंपनियों में वैश्विक स्तर पर 6.5 करोड़ कर्मचारी काम करते हैं और 36 देशों में इनका परिचालन है। इस सूची में शीर्ष पर वालमार्ट है जिसने अपना सर्वश्रेष्ठ स्थान बरकरार रखा। इसके बाद चीन की पेट्रोलियम रिफाइनिंग कंपनी साइनोपेक (दो), नीदरलैंड की कंपनी रायल डच शेल (तीन), चीन नैशनल पेट्रोलियम (चार) और एक्जॉन मोबिल (पांच) का स्थान है।
विश्व की 500 सर्वश्रेष्ठ कंपनियों में से 128 अमेरिका की हैं। जिनमें एपल (15), जेपी मार्गन चेज (61), आईबीएम (82), माइक्रोसाफ्ट (95), गूगल (124), पेप्सी (141), इंटेल (182) और गोल्डमैन (278) शामिल हैं। इस सूची में चीन की 100 कंपनियां हैं जिनमें बैंक आफ चायना (45), चायना रेलवे इंजीनियरिंग (71) और चायना डेवलपमेंट बैंक (87) शामिल हैं।
सूची में इंडियन आयल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और ओएनजीसी पिछले साल के मुकाबले कुछ पायदान नीचे रहे जबकि टाटा मोटर्स और एसबीआई की रैंकिंग में सुधार हुआ। कंपनियों को 31 मार्च 2015 से तक या इससे पहले के पिछले वित्त वर्ष में दर्ज कुल आय के आधार पर रैंकिंग प्रदान की जाती है।