मेरठ : आपने फिल्मों में कई बार बीच सड़क पर हीरो और विलेन में मारपीट के सीन देखे होंगे, लेकिन शुक्रवार को दिल्ली रोड पर आधे घंटे तक मारपीट का जो सीन दिखा वह फिल्मी नहीं बिलकुल रीयल था। नई मंडी गेट के सामने किसी बात को लेकर दो पक्ष भिड़ गए और करीब 30 मिनट तक बीच सड़क पर एक दूसरे को पीटते रहे, घसीटते रहे। कपड़े तक फाड़ दिए गए। सब कुछ जानते हुए भी पुलिस और पब्लिक तमाशबीन की भूमिका निभाते रहे। बाद में एक होमगार्ड ने इस रीयल मारपीट में एंट्री की और किसी तरह मामला शांत कराया। इस मारपीट के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई और आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए।
लिसाड़ी गेट के शमशुद्दीन खां और नई बस्ती के मोनू में पैसे के लेन-देन पर विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ा की दोनों पक्षों के लोग दिल्ली रोड पर नई मंडी के सामने बीच सड़क पर भिड़ गए। इस दौरान आसपास की कई रेहड़ियां पलट दी गई। दोनों पक्षों में पहले लात-घूंसे चले और फिर पथराव शुरू हो गय। इसमें करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। करीब 30 मिनट तक मारपीट चलती रही। एक दूसरे के कपड़े फाड़कर सड़क पर ही जानवरों की तरह घसीटा गया। किसी तरह होमगार्ड ने झगड़ रहे लोगों को अलग करते हुए टीपी नगर पुलिस को सूचना दी। वहां पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के छह लोगों को हिरासत में ले लिया। इसी बीच दोनों पक्षों के दर्जनों लोग थाने पहुंच गए और हंगामा करने लगे। पुलिस ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें शांत किया। एसओ रविंद्र यादव का कहना है कि दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया। इसके बाद हिरासत में लिए गए सभी लोगों को छोड़ दिया गया।